एडवांस किट में क्या-क्या मिलता है-oxyforce

सामान्य चल रहे हमारे जीवन में अचानक ऐसा भी दौर आया जिससे हम अकेले नहीं बल्कि पूरी दुनिया इससे प्रभावित हुई न जाने कितने अनगिनत लोग जिनकी गिनती भी नहीं की जा सकती जिन्होंने अपने परिवार के कई सदस्यों को उस उम्र में खो दिया जिसकी वह कल्पना भी नहीं कर सकते हैं आधुनिक दुनिया के इस दौर में जहां बड़े-बड़े देश विकसित होने का और हर क्षेत्र में पूर्ण रूप से खुद को सक्षम मानने वाले देश भी इस आई हुई मुसीबत के सामने झुक गए उनकी सारी व्यवस्था सारी राजनीतिक नीतियां और सरकारी योजनाएं पूरी तरह से चरमरा कर हार मान ली थी यह ऐसा समय था जिसका सामना करने का अनुभव किसी के पास नहीं था चाहे वह किसी के देश का एक शक्तिशाली नेता हो यह दुनिया का सबसे उम्रदराज व्यक्ति यह ऐसी परिस्थिति थी जो सभी के लिए बिल्कुल नयी थी किसी के पास भी इस परिस्थितियों से लड़ने का कोई अनुभव नहीं था!
मैं बात कर रहा हूं कोरोना कॉल की जिसका प्रकोप दिसंबर 2019 में चीन के वुहान से शुरू हुआ था और अगर भारत की बात करें तो केरल के त्रिशूल अस्पताल में 20 वर्षीय महिला में पहला केस मिला था जिसे सूखी खांसी और गले में खराश के साथ-साथ बुखार आ रहा था और सांस लेने में बहुत तकलीफ हो रही थी यह वायरस चीन के वुहान सी फूड बाजार से फैलते फैलते 70 देशों को अपनी चपेट में ले लिया था!

कोरोना वायरस के लक्षण

कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद इसका असर शरीर में 2 से 14 दिन बाद दिखाई देता है इसी कारण पूरे देश में अगर कोई बाहर से या दूसरे देश से आता है तो उसे 14 दिन के क्वारंटाइन पर रहने की आवश्यक होती है जरूरी नहीं है कि आपके अंदर कोई लक्षण नहीं दिख रहे हो तो आप इसकी चपेट में नहीं आए हुए हो इस संक्रमण के बारे में देखा गया है कि कई पेशेंट अपने आप ठीक हो गए हैं उन्हें किसी तरह का कोई इलाज लेने की जरूरत ही नहीं पड़ी लेकिन पेशेंट के संपर्क में आकर पेशेंट के परिवार के सदस्य इस संक्रमण से बुरी तरह बीमार पड़ जाते हैं, क्योंकि हर इंसान की बीमारी से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा और कम होती है यह वायरस उन लोगों पर ज्यादा असर करता है जिन्हें पहले से कोई बीमारी हो जैसे सांस लेने की समस्या हाई ब्लड प्रेशर, दिल की समस्या और मधुमेह के रोगियों में यह वायरस और भी खतरनाक हो जाता है!

कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज के लक्षण

  • शरीर में थकान के साथ-साथ बुखार आना !
  • सूखी खांसी आना !
  • नाक बंद रहती है, साथ में नाक से पानी आता है!
  • गले में खराश रहता है, और सांस लेने में तकलीफ बनी रहती है!

कोरोना वायरस से कैसे संक्रमित होते हैं

इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने से यह वायरस दूसरे व्यक्ति में प्रवेश करता है, इस बीमारी से प्रभावित मरीज जब खासता है या छीकता है तो उसके द्वारा निकाली गई बुँदे जो किसी वस्तु या हवा में हो सकती है उसके संपर्क में कोई व्यक्ति आता है तो यह वायरस उस व्यक्ति में भी प्रवेश कर जाता है यह वायरस इतना खतरनाक है कि हवा में भी इसकी उपस्थिति मौजूद रहती है जिससे दूसरे व्यक्ति को सांस लेते वक्त अपना शिकार बना लेता है और इसी वजह से इस बीमारी से प्रभावित लोगों से लगभग 1 मीटर की दूरी बनाए रखने की सलाह दी जाती है!

क्या है कोरोना वायरस का इलाज

भारत में 16 जनवरी 2021 को टीकाकरण का अभिमान चालू किया गया जिसमें लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और इस टीकाकरण अभियान के बाद लोगों में इस भीषण बीमारी से उभरने की उम्मीद नजर आई और पहले ही दिन लगभग 200000 स्वास्थ्य कर्मी टीकाकरण में बढ़-चढ़कर के हिस्सा लिए टीकाकरण कोरोना वायरस से लड़ने के लिए आपकी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है टीकाकरण इस वायरस का इलाज नहीं है, इस टीका को लगाने के बाद भी डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ आपको वायरस से बचाव के ही सलाह देते हैं !
इस वायरस से बचने के लिए बचाव ही एक ऐसा रास्ता है, जिससे आप खुद को और अपनों को इस वायरस से बचाकर रख सकते हैं और इस बचाओं के क्षेत्र में भारत में पहली इकलौती प्राइवेट ऑर्गेनाइजेशन जो अपना योगदान पूरे भारत में कैंप लगाकर और अपनी संस्था द्वारा प्रमोट कर रहे ऐसे प्रोडक्ट जो कोरोना वायरस से रोकथाम में आपकी पूरी तरह से मदद करती हैं उसका प्रचार प्रसार कर रही है!

oxyforce ऑर्गेनाइजेशन

यह संस्था वायरस अवेयरनेस कैंप लगाकर लोगों को वायरस के बारे में तथा वायरस से बचने के उपाय एवं सुझाव के बारे में लोगों को जागरूक करती है यह कोरोना वायरस से बचने के उपाय के बारे में लोगों को बताने के साथ-साथ अगर इस वायरस की चपेट में कोई व्यक्ति आ गया हो तो इस संस्था द्वारा बनाए गए लाइफ सेविंग किट द्वारा हर व्यक्ति अपने आप को बचा सकता है साथ में अपनी फैमिली को इस वायरस की चपेट में आने से रोक सकता है oxyforce ऑर्गेनाइजेशन अपने इस लाइफ सेविंग किट को एडवांस किट के नाम से भी कैम्प के माध्यम से लोगों के बीच प्रमोट करती है !

क्या है यह एडवांस किट

इस किट में मेडिकल फील्ड के ऐसे इंस्ट्रूमेंट और डिवाइस है जिससे आप वायरस की चपेट में हो या नहीं इसकी पहचान कर सकते हो साथ में अगर आपके आस -पास अगर कोई कोरोना वायरस से संक्रमित है तो उससे बचने के लिए वायरस को कमजोर करने के लिए कुछ ऐसे वायरस सेफ्टी चिप है जो वायरस को समाप्त कर देते हैं अगर आपकी फैमिली में कोई वायरस की चपेट में आ भी गया है तो उसे इस वायरस की चपेट से कैसे बाहर निकाला जाता है और कैसे उसके जीवन की रक्षा करनी है इन सभी चीजों के बारे में इस संस्था के द्वारा बताया जाता है !

क्या-क्या मिलता है एडवांस किट में

इंफ्रारेड डिस्टेंस थर्मामीटर

यह एक ऐसा डिवाइस है जिसे कोरोना द्वारा लगे लॉकडाउन में आपने हर स्टेशन, मॉल, बस स्टॉप और हर सार्वजनिक स्थल पर इस डिवाइस से लोगों को बुखार चेक करते हुए देखा होगा इस कॉल से पहले इस डिवाइस को शायद ही किसी ने देखा हो ! किसी का बुखार चेक करने के लिए वैसे तो मार्केट में और भी थर्मामीटर आते हैं, लेकिन इसी डिवाइस को कोरोना काल में ज्यादा क्यों इस्तेमाल किया गया है , इसका मुख्य कारण यह है कि इस डिवाइस से सामने वाले व्यक्ति के बिना संपर्क में आए हुए उसका बुखार मापा जा सकता है जिसकी वजह से अगर सामने वाला व्यक्ति अगर वायरस के संपर्क में है तो बिना उससे संपर्क में आए हुए उसका बुखार मापा जा सकता है, इस डिवाइस में एक डिस्पले लगा होता है, जिसमें सामने वाले का बुखार की डिटेल शो करती है इस डिवाइस को व्यक्ति की त्वचा के पास एक फिट की दुरी से स्कैन करके व्यक्ति का बुखार पता किया जा सकता है!

पल्स ऑक्सीमीटर

ऑक्सीमीटर से एक टेस्ट किया जाता है ! एक छोटे स्टेपलर की तरह दिखने वाली यह डिवाइस आपका दिल कितने अच्छे से काम कर रही है, उसकी जानकारी इस पर लगे डिस्प्ले में देती है हमारा दिल पूरे शरीर में ऑक्सीजन फ्लो को बनाए रखने का काम करता है ! इस डिवाइस के बीच में जब आप अपनी उंगली रखते हैं तो डिवाइस खून में मौजूद ऑक्सीजन के स्तर को माप कर डिस्प्ले पर शो करता है यह डिवाइस आपके हार्ट रेट की रीडिंग भी करता है ! एक स्वस्थ व्यक्ति का ऑक्सीजन लेवल 95 से लेकर 100 के बीच हो सकता है, अगर कोरोना संक्रमित पेशेंट ऑक्सीजन लेवल चेक करते हैं तो 92 से 93 के बीच रहता है इस कंडीशन में आपको डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए अगर ऑक्सीजन लेवल 89 से नीचे जा रहा है, तो फौरन अस्पताल की तरफ रुख करना चाहिए यह डिवाइस कोरोना संक्रमण के दौरान आपकी मदद करेगा कि आप डेंजर जोन वाली स्थिति में तो नहीं हो ! इसके लिए आपको हर एक घंटे अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करते रहना होगा यह डिवाइस आपके और आपकी फैमिली के पास हमेशा रहनी चाहिए इसकी सलाह हमे डॉक्टर भी देते हैं!

ऑक्सीजन सिलेंडर

कोरोना काल की द्वितीय फेस में ऑक्सीजन की कमी से सबसे ज्यादा लोग मरे थे oxyforce ऑर्गेनाइजेशन उस समस्या का एक ऐसा समाधान लेकर आई जिसको देख सभी हैरान हो जाते हैं सही मायने में अगर बात की जाए तो एक गांव या एक कस्बे में जब यह समस्या आई तो लोगों को पता ही नहीं था कि ऑक्सीजन सिलेंडर हमें कहां मिल सकता है जिससे घर पर मरीज की हालत अगर ज्यादा खराब हो जा रही हो तो उसे कम से कम इतनी ऑक्सीजन तो मिल सके जिससे वह अस्पताल तक पहुंच सके इसी समस्या को खत्म करने के लिए oxyforce ऑर्गेनाइजेशन ने एक ऐसा सिलेंडर बनाया जिसमें 12 लीटर ऑक्सीजन कंप्रेस करके रखी जा सकती है और कोरोना संक्रमण ज्यादा बढ़ने पर ऑक्सीजन कम होने लगता है तो अस्पताल पहुंचने से पहले का जो समय होता है उस दौरान आप इस सिलेंडर का इस्तेमाल कर सकते हैं !

माय सेफ्टी कार्ड

यह कार्ड क्लोरीन, डाइऑक्साइड, सोडियम क्लोराइड और प्राकृतिक जिलाइट की मदद से हवा में उड़ने वाले वायरस बैक्टीरिया को प्रभावी रूप से अवरोध करती है व्यक्ति अगर इसे अपने गले में पहने रहे तो लगभग 1 मीटर के दायरे के सारे वायरस और बैक्टीरिया का आप पर कोई असर नहीं होता है !

ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मास्क

इस मास्क की सबसे खास बात यह है कि नॉन वोवन फैब्रिक से बना है साथ में इस मास्क में आप को सांस लेने में बिल्कुल भी तकलीफ नहीं होती इस मास्क को पहनने के बाद भी आपकी आवाज सही ढंग से आती है यह मास्क माइक्रो वायरस बैक्टीरिया से लड़ने में भी मदद करता है!

मोबाइल एंटी रेडिएशन चिप

आज की इस भागती दौड़ती आधुनिक दुनिया में हम चारों तरफ से रेडिएशन से घिरे हुए हैं जिससे हमें अलग-अलग तरह से नुकसान पहुंच रहा है रेडिएशन से हमें कैंसर,ब्रेन ट्यूमर, हार्ड की बीमारी और नपुंसकता जैसी बीमारी हो सकती है, आज हमें सबसे ज्यादा रेडिएशन का सामना अपने ही यूज कर रहे मोबाइल से मिलती है यह हमें नुकसान तो पहुंचाता है साथ में हमारे बच्चों को भी हद से ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है मोबाइल एंटी रेडिएशन चिप के द्वारा आप इस रेडिएशन को 99.9% तक खत्म कर सकते हैं इस चिप को अपने मोबाइल के पीछे लगाने से मोबाइल से उत्पन्न हो रहे रेडिएशन को समाप्त किया जा सकता है !

यह सारे डिवाइस और टूल कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए आपको एक लेदर बैग में करके oxyforce ऑर्गनाइजेशन द्वारा दिया जाता है इस पूरे किट की एक नॉमिनल कॉस्ट भी है जिसकी पूरी जानकारी https://www.oxyforce.in/पर विजिट करके ले सकते हैं!
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