दुनिया में सबसे लंबी उम्र वाला व्यक्ति की क़ब्र इंग्लैंड की एक चर्च में मौजूद है यह एक रिसर्च का विषय था कि कोई व्यक्ति इतनी लंबी उम्र कैसे जी सकता है शायद यकीन ना हो पर यही सच है इंग्लैंड की एक चर्च में कई महान व्यक्ति की कब्र मौजूद हैं लेकिन उन्हीं क़ब्र में से एक कब्र ऐसी है जो दुनिया में सबसे ज्यादा उम्र वाले व्यक्ति की है यह व्यक्ति इंग्लैंड का ही रहने वाला था और उसका नाम थॉमस था इस व्यक्ति की उम्र 152 साल रही थी जो अपने आप में आश्चर्यचकित करने वाली बात मानी जाती है इस व्यक्ति में इतनी ऊर्जा और इतनी शक्ति थी कि इस व्यक्ति ने पहली शादी ही 80 साल की उम्र में की थी और अपने जीवन काल में इस व्यक्ति ने दूसरी शादी 122 साल की उम्र में की थी और सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि 122 साल की उम्र में भी यह अपने बच्चे का का बाप बनने का एक कीर्तिमान बनाया जो लोगों को आज भी हैरान कर देता है आखिर इतनी यौवन शक्ति और इतनी लंबी उम्र जीने का यह विशालकाय शक्ति जिसके बारे में हम आज कल्पना भी नहीं कर सकते यह शक्ति कहां से आई होगी !
आज हम थॉमस की इस शक्ति का विस्तार में विश्लेषण करेंगे और जानेंगे कि इस तरह की शारीरिक और मानसिक ऊर्जा हम अपने जीवन में कैसे ला सकते हैं थॉमस की जब मौत हुई तो महान चिकित्सक विलियम हार्वे के द्वारा उनकी बॉडी का पोस्टमार्टम किया गया यह वही चिकित्सक हैं जिन्होंने सर्कुलेशन ऑफ ब्लड की खोज की थी विलियम हार्वे को उस समय के राजा ने कहा कि पता करो की इस व्यक्ति की उम्र इतनी ज्यादा कैसे रही महान चिकित्सक हार्वे ने थॉमस के शरीर के सभी अंगो की जांच की और एक रिपोर्ट तैयार किया वह रिपोर्ट लैटिन भाषा में लिखी गई थी जो आज भी सुरक्षित एक म्यूजियम में रखी हुई है म्यूजियम में जाकर उस रिपोर्ट को आज भी पढ़ा जा सकता है
महान चिकित्सक विलियम हार्वे की इस रिपोर्ट में सभी अंगो की जांच की सारी बारीकी रिपोर्ट विस्तार में लिखी हुई है, पर जो लोगों से अलग करती है ऐसी कुछ बात उस रिपोर्ट में पाई जाती है और वह अलग करने वाली बात यह है कि थॉमस की दोनों आंते बहुत ही स्वस्थ और साफ हालत में पाई गई थी और यह बात कई आयुर्वेदिक शास्त्री और स्वास्थ्य वैज्ञानिक भी कहते हैं कि हमारी लंबी उम्र इस बात पर निर्भर करती है कि हमारी आंते कितनी स्वस्थ और साफ रहेंगी आज का स्वास्थ्य जगत भी यही मानता है कि अगर आपकी आंते साफ़ रहती हैं और स्वस्थ रहती हैं तो कई अनगिनत रोग अपने आप हमारे शरीर से दूर भाग जाते हैं शरीर की गंदगी को पूर्ण रूप से साफ रखना ही स्वस्थ जीवन का एकमात्र मूल मंत्र है
हमारे शरीर में गंदगी जमा होने का जो सबसे बड़ा स्रोत है वह हमारी आहार नली और फेफड़े में होती है इन दोनों जगहों से ही गंदगी ज्यादा फैलती है गंदगी अगर थोड़े थोड़े समय बाद अगर निकलती रहे तब तो यह ज्यादा प्रभाव नहीं डाल पाते परंतु यह गंदगी ज्यादा समय तक अपनी जगह पर बनी रहती है तो इसका बहुत ही बुरा परिणाम हो सकता है हमारी body detox kaise kare हमारी खाने की नली द्वारा भी यह गंदगी आंतों में जाकर जमने लगती है जिससे यह गंदगी ब्लड के रास्ते हमारे दिल में फेफड़ों और किडनी तक पहुंचकर उसमें जमने लग जाती है जिसके कारण व्यक्ति कई बीमारियों से ग्रसित हो जाता है ऐसी स्थिति में इस गंदगी को साफ करना जरूरी होता है हम दिनभर की दिनचर्या में जो खाते हैं वह हमारी आंत में जाकर चिपक जाता है ध्यान दें चपकता वही है जो जंक फूड की कैटेगरी में आता है प्राकृतिक तौर पर हमें जो भी प्राप्त होता है जैसे सब्जी, फल ,अनाज, दालें और दूध इसे खाने से हमारे शरीर का विकास प्राकृतिक तौर पर बेहतर ढंग से होता है परंतु जब हम मानव रहित फूड को खाते हैं जैसे डिब्बाबंद फूड, आटे से बनी ब्रेड, बर्गर, पिज़्ज़ा और अन्य चीजें हमारे शरीर में जाकर जम जाती है इसे ऐसे समझ सकते हैं कि प्राकृतिक तौर पर मिलने वाली चीजें 4 से 5 घंटे में पच जाती है परंतु मानव रहित मिलने वाली फूड अगर हम खाते हैं तो उसे पचाने में 15 से 16 घंटे लग जाते हैं मानव रहित बने फूड जिसमें चीज बर्गर पिज्जा अगर इनकी बात करें तो ऐसा भी हो सकता है, कि कुछ महीने पहले खाया हुआ यह फूड अभी तक आपकी आंत में चपका हो इसलिए हमें हमारे शरीर को डिटॉक्स करते रहना बहुत जरूरी हो जाता है अगर महीने में दो बार भी शरीर को साफ किया जाए तो शरीर में होने वाले बदलाव को आप साफ तौर पर देख पाएंगे शरीर हल्का और पहले की अपेक्षा बहुत ज्यादा स्वस्थ नजर आने लगेगा !
शरीर को डिटॉक्स करने के तरीके
दिन की शुरुआत गर्म पानी से करें
सुबह उठते ही बासी मुंह हल्का गुनगुना पानी पीएं इससे शरीर में जमा मल साफ होने में मदद मिलेगी शुरू में गर्म पानी पीने में थोड़ा परेशानी महसूस हो सकती है पर धीमे-धीमे इसकी आदत पढ़ने लगेगी कोशिश करें कि गर्म पानी में शहद और नींबू मिलाकर पीएं इससे शरीर को डिटॉक्स होने में बहुत ज्यादा मदद मिलती है !
महीने में 4 बार उपवास रहें
उपवास रहने की प्रथा सभी धर्मों में है यह एक धार्मिक कारण ही नहीं पुराने ऋषि मुनियों ने इसे वैज्ञानिक कारणों से भी उपवास करना हमारे शरीर के लिए लाभकारी बताया है जिसमें 16 से 18 घंटे उपवास करने से हमारा शरीर डिटॉक्स होने लगता है इस 16 से 18 घंटे के बीच आपको कुछ भी खाना नहीं है सुबह के वक्त नारियल पानी, गर्म पानी या सब्जी का जूस पी सकते हैं ऐसा करने पर हमारे शरीर का नया पुराना सारा खाना पच कर बाहर निकलने लगेगा जिस तरह हम हफ्ते में एक दिन छुट्टी लेकर आराम करते हैं उसी तरह हमारे पेट और आंत और पाचन प्रक्रिया को भी आराम की जरूरत पड़ती है इसलिए उपवास हमारे शरीर के लिए धार्मिक आस्था के साथ-साथ हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में भी अहम भूमिका अदा करते हैं!
वर्कआउट की आदत डालें
आज के इस आधुनिक युग में हमारे शरीर में शारीरिक मेहनत करना बहुत ही कम कर दिया है आज के युग में मशीनरी और टेक्नोलॉजी ने इस कदर हमारी जिंदगी में जगह बनाई है कि हम ज्यादातर काम बैठे-बैठे ही कर लेते हैं हमारे शरीर के श्रम करने से शरीर के सारे अंग सही ढंग से कार्य करते हैं वर्कआउट ना करने से हमारे शरीर की कार्य करने की क्षमता कम हो जाती है शरीर फुर्ती से भरा हुआ रहे और शरीर डिटॉक्स होता रहे इसके लिए शरीर को वर्कआउट करना जरूरी होता है!
योगा करें
शरीर को डिटॉक्स करने में योगा बहुत ही कारगर है, यह योगा आपके शरीर को स्वस्थ रखने के साथ-साथ शरीर की विषैले पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है!
ऑयल पुलिंग
आयुर्वेद में ऑयल पुलिंग को बहुत बड़ा महत्व दिया गया है, इससे कई प्रकार के रोग से मुक्त हुआ जा सकता है रोज सुबह खाली पेट ऑयल पुलिंग करने से शरीर में जमा टॉक्सिंस भी बाहर निकल जाते हैं इस में तिल का ऑयल या नारियल का ऑयल लेकर मुंह में घुमाया जाता है लगभग 10 से 15 मिनट बाद घुमाते घुमाते मुंह में ऑयल पतला हो जाता है उसके बाद इसे थूक दिया जाता है, ध्यान रखें मुंह में ऑयल घुमाते वक्त ऑयल घोटना बिल्कुल भी नहीं है इससे मुंह के बैक्टीरिया पेट में जा सकते हैं जिससे पेट में सूजन या अन्य बीमारी हो सकती है हमारा मुंह वायरस, बैक्टीरिया और टॉक्सिंस के अंदर जाने का एक स्रोत है और ऑयल पुलिंग करने से यह वायरस, बैक्टीरिया और टॉक्सिंस समाप्त हो जाते हैं!
डाइट पर ध्यान रखें
शरीर को पूर्ण रूप से डिटॉक्स करने के लिए संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी है, अगर आप रोज ही अधिक तला हुआ या जंक फूड खाते हैं तो इससे शरीर में विषाक्त पदार्थ की मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाती है अगर आप चाहते हैं कि आपका शरीर पूर्ण रूप से डिटॉक्स हो सके इसके लिए जंक फूड या आयल युक्त भोजन छोड़कर एक संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी है इसके लिए हमें प्रकृति से मिलने वाले आहार जैसे हरी सब्जियां, ग्रीन टी ,नारियल पानी और फल जैसी चीजों का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए इस तरह के आहार का सेवन करने से शरीर पर एक हफ्ते में ही बदलाव देखने को मिलने लगता है!
भरपूर नींद लेना
डॉक्टर भी हमें भरपूर नींद लेने की सलाह देते हैं एक व्यक्ति को औसतन 6 से 8 घंटे की नींद लेना बहुत जरूरी होता है! भरपूर नींद लेने से हमारे शरीर की कार्य करने की क्षमता में वृद्धि होती है जब शरीर भरपूर नींद से वंचित रहता है तो ऐसे में हमारे शरीर में गंदगी जमा होने लगती है, ऐसे में भरपूर नींद लेने से शरीर को डिटॉक्स होने में मदद मिलेगी साथ में शरीर में एनर्जी के साथ-साथ मानसिक तनाव से भी दूर रहने में मदद मिलेगी जिससे आपका काम करने में मन लगेगा !
नींबू का सेवन करें
नींबू को आयुर्वेद में बहुत ही बेहतरीन डिटॉक्स करने वाला एक स्रोत माना गया है! यह रक्त को शुद्ध करता है, नींबू पेट और आंत की सफाई करता है, नींबू किडनी में जमा गंदगी को भी साफ करने में मदद करता है दिन में तीन से चार बार नींबू को गर्म पानी में मिलाकर पीने से शरीर में जमा गंदगी आसानी से बाहर निकल जाती है शरीर डिटॉक्स करने के दौरान दिन में तीन से चार बार नींबू को गर्म पानी में मिलाकर पी सकते हैं नींबू को शरीर डिटॉक्स करने का एक मुख्य हिस्सा माना जाता है यह एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन सी से भरे होते हैं जो रोग पैदा करने वाले कीटाणुओं से लड़ने में मदद करते हैं इसके अलावा खट्टे फल का भी सेवन किया जा सकता है इससे रोग से लड़ने की क्षमता बढ़ने लगती है!
आंवला और एलोवेरा का सेवन करें
आंवला और एलोवेरा बालों, त्वचा और स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होते हैं! शरीर की गंदगी निकालने के लिए भी आंवला और एलोवेरा का उपयोग किया जाता है, इस में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट डिटॉक्स को निकालने में सहायक होता है साथ में आंवला और एलोवेरा पेट की गर्मी शांत करने में मदद करता है! यह पूरे शरीर की सफाई के साथ-साथ हमारे खून को भी साफ करता है, जिससे हमारे त्वचा के होने वाले रोग समाप्त हो जाते हैं !
शराब और धूम्रपान का सेवन ना करें
शराब और धूम्रपान का सेवन अपने आप में एक टॉक्सिन है, यह लीवर और आंतों को सीधे तौर पर नुकसान पहुंचाती है, शराब और धूम्रपान से हमारे डाइट पर भी फर्क पड़ता है शराब सीधे तौर पर लीवर पर असर करता है, जिससे हमारा वजन बढ़ाता है! शराब अधिक मात्रा में पीने पर यह मेटाबॉलिज्म पर असर करने लगता है इसलिए शराब और धूम्रपान का सेवन ना करना ही बेहतर माना गया है!
FAQ
1 Question पूरे शरीर को डिटॉक्स करने के लिए क्या करें?
शरीर को पूर्ण रूप से डिटॉक्स करने के लिए संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी है, अगर आप रोज ही अधिक तला हुआ या जंक फूड खाते हैं तो इससे शरीर में विषाक्त पदार्थ की मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाती है अगर आप चाहते हैं कि आपका शरीर पूर्ण रूप से डिटॉक्स हो सके इसके लिए जंक फूड या आयल युक्त भोजन छोड़कर एक संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी है इसके लिए हमें प्रकृति से मिलने वाले आहार जैसे हरी सब्जियां, ग्रीन टी ,नारियल पानी और फल जैसी चीजों का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए इस तरह के आहार का सेवन करने से शरीर पर एक हफ्ते में ही बदलाव देखने को मिलने लगता है!
2 Question पेट में जमा गंदगी को कैसे साफ करें?
गर्म पानी में शहद और नींबू मिलाकर पीएं इससे शरीर को डिटॉक्स होने में बहुत ज्यादा मदद मिलती है, उपवास हमारे शरीर के लिए धार्मिक आस्था के साथ-साथ हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में भी अहम भूमिका अदा करते हैं! हमें प्रकृति से मिलने वाले आहार जैसे हरी सब्जियां, ग्रीन टी ,नारियल पानी और फल जैसी चीजों का सेवन अधिक मात्रा में करना चाहिए इस तरह के आहार का सेवन करने से शरीर पर एक हफ्ते में ही बदलाव देखने को मिलने लगता है!
3 Question कब्ज को जड़ से खत्म करने के उपाय?
फाइबरयुक्त आहार ले ! भोजन करते वक़्त लगभग 1 प्लेट सलाद जरूर खाये हरी सब्जी और वाटर रिच फल का सेवन अधिक मात्रा में करे दिन भर में लगभग 5 से 6 लीटर पानी अवश्य पिए ! दिन भर में जो भी खाये संतुलित मात्रा में खाये और खाने को चबा-चबा कर खाये ऐसा करने से कब्ज की समस्या जड़ से खत्म हो जाती है !
4 Question कठोर मल का क्या कारण है?
कठोर मल होने का मुख्य कारण शरीर में पानी की कमी होना माना जाता है, जब हम बहुत अधिक जंक फ़ूड और तला भुना मसाला युक्त भोजन करते है तो ये हमारी आंतो में जाकर चपक जाती है और ऐसी परिस्थिति में जब हम पानी कम पीते है तो खाया हुआ भोजन जो मल के रूप में हमारी छोटी आंत में ही सूखने लगता है और बड़ी आंत तक पहुंचते- पहुंचते यह मल बहुत ही कठोर हो जाता है!
5 Question दूध पीने से कब्ज होती है क्या?
दूध का सेवन खाली पेट करने से कब्ज की समस्या बन जाती है , डॉक्टर भी पेट सम्बन्धी सर्जरी करने के बाद दूध का सेवन कुछ हफ्तों तक करने के लिए मना करते है! अगर आपको कब्ज की समस्या पहले से ही है तो ऐसे में दूध का सेवन ना के बराबर ही करे !
आशा करता हूं हमारे द्वारा बताई हुई यह जानकारी आपके काम आएगी और आपको सारी जानकारी अच्छी लगी होगी अगर आपको यह सारी जानकारी अच्छी लगी हो तो आप औरों को शेयर करें और कमेंट बॉक्स में हमें जरूर बताएं कि आपको यह पूरी जानकारी जानने के बाद कैसा लगा !