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🕯️ट्रिगर—शेफाली जरीवाला की आकस्मिक मौत

🕯️ट्रिगर—शेफाली जरीवाला की आकस्मिक मौत

शेफाली जरीवाला की आकस्मिक मौत 27 जून 2025 की रात को मुंबई के ओशिवारा में फिट दिख रही 42 वर्षीय अभिनेत्री शेफाली जरीवाला अचानक बेहोश पाई गईं और Bellevue अस्पताल ले जाते ही उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। प्रारंभिक कहना था कि यह “कार्डियक अरेस्ट” हो सकता है।

पुलिस की जांच में उनके घर से विटामिन C और ग्लूटाथियोन युक्त एंटी‑एजिंग इंजेक्शन पाए गए। खतरे की संभावना तब और बढ़ी जब खबर लगी कि यह इंजेक्शन उन्होंने उपवास या खाली पेट अवस्था में लिया था।

एंटी‑एजिंग ट्रीटमेंट्स—क्या हैं ये?

दिल पर प्रभाव—मेडिकल जोखिम

3.1 रक्तचाप में अचानक गिरावट

3.2 इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन

3.3 हार्मोनल उपचारों के जोखिम

3.4 स्टेरॉयड और नींद की कमी

विशेषज्ञों की राय – भारत के कार्डियोलॉजिस्ट

🩺 Dr. Rahul Mehrotra (Artemis Hospitals)

कुछ एंटी‑एजिंग इंजेक्शंस—जैसे हार्मोन आधारित थेरेपी या उच्च डोज वाले एंटीऑक्सिडेंट्स—रक्तचाप, मेटाबॉलिज़्म या दिल की रिद्म को प्रभावित कर सकते हैं, खासकर यदि पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या हो। इसलिए, किसी भी चिकित्सा प्रक्रिया से पहले कार्डियोलॉजिस्ट की सलाह ज़रूरी है।

🩺 Dr. Anesh Jain (Ruby Hall Clinic, Pune)

ग्लूटाथियोन और विटामिन C को खाली पेट या डिहाइड्रेटेड हालत में देने से तनावपूर्ण रक्तचाप गिर सकते हैं, जो दुर्लभ स्थितियों में कार्डियक अरेस्ट में परिवर्तित हो सकता है।

🩺 Dr. Varun Bansal (Indraprastha Apollo Hospital)

इंजेक्टेबल ग्लूटाथियोन से रक्तचाप की अचानक गिरावट हो सकती है, और दिल की धड़कन में गड़बड़ी आने का खतरनाक जोखिम बढ़ सकता है, खासकर खाली पेट या निर्जलीकरण की स्थिति में ।

🩺 Dr. Dhirendra Singhania (Yashoda Hospital)

स्टेरॉयड, भारी डोज़ दवाएँ और महिलाओं में हार्मोनल थेरेपी—विशेषकर HRT और ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव्स—हार्ट अटैक के जोखिम में योगदान कर सकते हैं।

कमज़ोर स्वास्थ्य और अन्य जोखिम

क्या सीधा संबंध है? विशेषज्ञ क्या कहते हैं

एंटी‑एजिंग थैरेपी का सुरक्षित संदर्भ

अगर आप सोच रहे हैं कि क्या एंटी‑एजिंग ट्रीटमेंट ज़रूरी है या इसके लिए कैसे सुरक्षित पहुँच बनाई जाए, तो नीचे सुझाव सारणी देखें:

सुझावविवरण
👨‍⚕️ चिकित्सीय निगरानीसिर्फ प्रमाणित डॉ. के क्लीनिक में IV ड्रिप या इंजेक्शन करवाएँ।
सामान्य स्वास्थ्य चेक-अपथाइरॉयड, ब्लड प्रेशर, हृदय–धड़कन, लिवर/किडनी टेस्ट पहले कराएं।
भोजन/हाइड्रेशन सुनिश्चित करेंखाली पेट महत्वपूर्व ड्रिप से बचें; इलेक्ट्रोलाइट्स और पानी संतुलित रखें।
डोज़ सीमित रखेंकम लेकिन प्रभावशाली मात्रा में शुरू करें; बढ़ाने में सावधानी बरतें।
साइड-इफ़ेक्ट्स पहचानेंझटके, चक्कर, असामान्य धड़कन, साँस लेने में दिक़्क़त—इन पर तुरंत प्रतिक्रिया दें।
दवाओं की अनियमितता से बचेंस्टेरॉयड या हार्मोन का सेवन केवल डॉक्टर द्वारा परिभाषित अवधि और मात्रा में करें।
सिस्टमेटिक फॉलो‑अपनियमित रूप से ब्लड टेस्ट और एमआरआई-ईसीजी करवाएँ।
साक्ष्य आधारित दृष्टिकोणफेसबुक/इंस्टा रील्स ट्रेंड न पालें—साइंस, रिसर्च और मेडिकल रिव्यू डिपेंड करें।
स्वस्थ जीवनशैली जारी रखेंसंतुलित भोजन, नियमित व्यायाम, योग–ध्यान, पूरा आराम ज़रूरी है।

निष्कर्ष: खतरे का परास या बेबुनियाद अफवाह?

  1. एंटी‑एजिंग ड्रग्स और ट्रेंड्स—जैसे ग्लूटाथियोन, विटामिन C IV,/Testosterone/HRT—स्वचालित रूप से खराब नहीं लेकिन उनके सावधानीपूर्वक और ठीक प्रशासन की ज़रूरत होती है।
  2. रेग्युलेटेड तरीके, प्राप्त जानकारी, डॉक्टर की सलाह और लक्षणों की त्वरित प्रतिक्रिया बेहद ज़रूरी है।
  3. खाली पेट, निर्जलीकरण, खुद से समाधान, या घरों में दीख-चालें अपनाकर ये ट्रेंड जोखिमपूर्ण हो सकते हैं
  4. शेफाली जरीवाला की मौत ने यह चेताया है कि हर व्यक्ति की बॉडी अलग होती है, इसलिए खूबसूरती की चाह में जीवन की कीमत न चुकाएँ

आख़िर में — हाँ, एंटी‑एजिंग ट्रीटमेंट से अप्रत्यक्ष तरीके से दिल का दौरा पड़ने या कार्डियक अरेस्ट का जोखिम बढ़ सकता है; लेकिन यह हर मामले में सीधा कारण नहीं होता—शर्त है कि प्रबंधन चिकित्सीय, संयमी और जिम्मेदार हो।

📌 सुझाव और आगे की राह

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