गला काटता हुआ महसूस हो रहा? सावधान! यह कोरोना के नए लक्षणों में से एक है
गला काटता हुआ महसूस हो रहा? कोविड-19 यानी कोरोनावायरस एक बार फिर नए रूप में लौट आया है। जहां पहले इसके लक्षणों में बुखार, खांसी, और सांस लेने में तकलीफ आम थे, अब इसके लक्षण भी बदलने लगे हैं। हाल ही में कई मरीजों ने एक अलग तरह के गले के दर्द की शिकायत की है—जैसे गले में कोई ब्लेड चुभ रहा हो। यह तकलीफ इतनी ज्यादा होती है कि खाना-पीना तो दूर, पानी पीना भी मुश्किल हो जाता है।
🔴 यह गले का दर्द कैसा होता है?
“जैसे किसी ने गले में ब्लेड फंसा दिया हो”
“न लार निगली जा रही, न पानी पिया जा रहा”
“गले में जलन, कटाव और चुभन जैसी पीड़ा है”
ऐसे वाक्य अब सोशल मीडिया, डॉक्टर क्लीनिक, और अस्पतालों में सुनाई देने लगे हैं। मरीज बताते हैं कि यह दर्द सामान्य खराश से काफी अलग है। इसमें गले के अंदर तेज चुभन और जलन महसूस होती है, खासकर निगलते समय। इस लक्षण को मेडिकल भाषा में “severe pharyngeal pain” कहा जा रहा है।
कोविड के अब तक कई वेरिएंट सामने आ चुके हैं — Alpha, Delta, Omicron और अब हाल में “KP.3”, “JN.1” और “FLiRT” वेरिएंट्स चर्चा में हैं। इनमें से कई वेरिएंट तेजी से फैलते हैं लेकिन इनके लक्षणों में भी काफी बदलाव है।
नया लक्षण — तीव्र गले का दर्द
विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ वेरिएंट्स (विशेषकर KP.3 और FLiRT लाइनएज) ऊपरी श्वसन तंत्र को अधिक प्रभावित कर रहे हैं। इसका असर सीधे गले पर हो रहा है और इससे:
- टॉन्सिल में सूजन
- गले में चुभन
- गले के ऊतक में जलन
- निगलने में अत्यधिक दर्द
जैसे लक्षण सामने आ रहे हैं।
📈 कितने लोग इस लक्षण से प्रभावित हो रहे हैं?
- AIIMS, दिल्ली के अनुसार, हाल के हफ्तों में OPD में आने वाले कोविड संदिग्धों में से 40% लोग इसी गले के असहनीय दर्द की शिकायत लेकर आए।
- सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने पोस्ट किया कि कोविड टेस्ट पॉजिटिव आने से पहले उन्हें सबसे पहले गले में ब्लेड जैसी पीड़ा महसूस हुई थी।
- कई ENT विशेषज्ञ मानते हैं कि यह दर्द पहले के किसी भी वायरल इन्फेक्शन से अलग और ज्यादा पीड़ादायक है।
🔍 इस गले के दर्द को पहचानें
लक्षण | सामान्य गले की खराश | कोविड-19 वाला नया गले का दर्द |
---|---|---|
दर्द की तीव्रता | हल्की से मध्यम | तेज़ और ब्लेड जैसी चुभन |
निगलने में कठिनाई | कभी-कभी | बहुत अधिक |
लार निगलने में दिक्कत | नहीं | हां |
बुखार | शायद | अक्सर |
आवाज बदलना | शायद | संभव है |
सूखी खांसी | नहीं | कई बार होती है |
🧪 कब करवाएं कोविड-19 टेस्ट?
कोरोनावायरस संक्रमण का सबसे कारगर इलाज उसका समय रहते पता लगाना है। कोविड-19 वायरस समय के साथ अपने रूप बदलता रहता है, और उसके लक्षण भी हर वेरिएंट के साथ कुछ अलग दिखते हैं। हाल ही में जिस लक्षण की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है वह है — गले में ब्लेड जैसी चुभन या जलन। यह लक्षण इतना तेज़ हो सकता है कि लार निगलना भी मुश्किल हो जाए।
अब सवाल उठता है कि किस समय कोविड-19 टेस्ट करवाना चाहिए?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आपके शरीर में नीचे बताए गए कम से कम तीन लक्षण एक साथ मौजूद हैं, तो आपको तुरंत कोविड-19 टेस्ट करवा लेना चाहिए — RT-PCR या Rapid Antigen दोनों विकल्प मौजूद हैं।
✅ मुख्य लक्षण जिन पर ध्यान दें:
1. गले में तेज चुभन या ब्लेड जैसी जलन
यह सामान्य गले की खराश नहीं है। यह दर्द अंदर से तीखा लगता है और किसी ब्लेड या कांटे की तरह चुभता है, खासकर निगलते समय।
2. सूखी खांसी
कोविड में अक्सर खांसी सूखी और लगातार होती है, जिसमें कफ नहीं निकलता। यह गले और छाती में जलन पैदा कर सकती है।
3. हल्का या तेज बुखार
शुरुआत में हल्का बुखार (99°F – 100°F) हो सकता है, जो कुछ घंटों या एक-दो दिनों में तेज़ (102°F या अधिक) भी हो सकता है।
4. बदन दर्द या सिरदर्द
मांसपेशियों में जकड़न, पीठ या टांगों में भारीपन, और सिरदर्द कोविड संक्रमण के शुरूआती संकेत हो सकते हैं।
5. थकान
बिना मेहनत किए अत्यधिक थकान, सुस्ती, या ऊर्जा की कमी एक महत्वपूर्ण चेतावनी है।
6. नाक बहना या बंद होना
हल्की सर्दी की तरह लक्षण दिखाई दे सकते हैं, पर कोविड में नाक लंबे समय तक बंद या बहती रह सकती है।
7. स्वाद या गंध में कमी
भोजन का स्वाद और महक महसूस न होना कोविड का खास लक्षण रहा है, जो अब भी कुछ नए वेरिएंट्स में दिख रहा है।
⚠️ ध्यान रखें:
यदि इन लक्षणों में से 3 या अधिक मौजूद हों तो देरी न करें।
टेस्ट करवाएं, खुद को आइसोलेट करें, और डॉक्टर से सलाह लें।
समय पर टेस्ट न केवल आपके इलाज में मदद करेगा बल्कि आपके परिवार और आसपास के लोगों को संक्रमण से बचाने में भी अहम भूमिका निभाएगा।
सावधानी ही सुरक्षा है।
🧫 ये दर्द क्यों हो रहा है?
- वायरल अटैक गले की कोशिकाओं पर
नया वेरिएंट खासकर ऊपरी श्वसन पथ की कोशिकाओं को निशाना बना रहा है। इससे गले की त्वचा में सूजन, कटाव और संक्रमण हो जाता है। - इम्यून रिएक्शन
शरीर जब वायरस से लड़ता है तो साइटोकिन नामक केमिकल रिलीज करता है। ये केमिकल कभी-कभी गले में अधिक सूजन और जलन पैदा करते हैं। - थ्रोट लायनिंग में एब्रेशन
वायरस गले की सुरक्षात्मक परत को क्षतिग्रस्त कर देता है, जिससे निगलने पर दर्द और ब्लेड जैसी चुभन महसूस होती है।
🏥 इलाज क्या है?
1. प्राथमिक उपचार:
- गर्म पानी से गरारे (Salt water gargle): सूजन और दर्द कम करने में कारगर।
- स्टेरॉयड आधारित गले के स्प्रे: डॉक्टर के निर्देश पर ही इस्तेमाल करें।
- ठंडी चीजों से परहेज: आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स से गले की हालत और बिगड़ सकती है।
2. दवाएं:
- पैरासिटामोल: बुखार और दर्द में राहत के लिए।
- एंटी-हिस्टामीन: सूजन कम करने में मदद करता है।
- एंटी-वायरल मेडिसिन: कोविड के मामलों में डॉक्टर की सलाह से दी जाती है।
3. विशेष उपचार:
- अगर दर्द असहनीय है और सांस लेने में कठिनाई हो रही है, तो ENT स्पेशलिस्ट से मिलें।
🧘♀️ घरेलू उपाय और राहत के तरीके
- हल्दी वाला दूध – सूजन कम करने वाला और एंटीसेप्टिक।
- अदरक-शहद का काढ़ा – गले की जलन में राहत।
- भाप लेना (Steam Inhalation) – श्वसन तंत्र खोलने में मददगार।
- लौंग चबाना या तुलसी की चाय – गले को आराम देती है।
- गले की मालिश (गर्म तेल से) – सूजन कम कर सकती है।
📛 किन लोगों को ज्यादा खतरा है?
कोविड-19 संक्रमण हर किसी को प्रभावित कर सकता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह संक्रमण ज्यादा गंभीर साबित हो सकता है। खासतौर पर जब नया वेरिएंट गले को सीधे प्रभावित कर रहा हो और लक्षण तेज़ हो जाएं—जैसे गले में ब्लेड जैसी चुभन, तेज बुखार या सांस लेने में दिक्कत—तो कमजोर या संवेदनशील व्यक्तियों के लिए स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है।
निम्नलिखित समूहों के लोगों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए:
👵 बुजुर्ग (60 वर्ष से ऊपर)
बुजुर्गों की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) उम्र के साथ घट जाती है, जिससे उनका शरीर संक्रमण से उतनी तेज़ी से नहीं लड़ पाता। कोरोना संक्रमण उनके लिए निमोनिया, सांस रुकना या ICU तक की स्थिति पैदा कर सकता है।
बच्चों में कोविड आमतौर पर हल्का रहता है, लेकिन नए वेरिएंट्स में कुछ बच्चों में तेज़ बुखार, गले में सूजन और मल्टी-सिस्टम इन्फ्लेमेटरी सिंड्रोम (MIS-C) जैसे जटिल लक्षण भी देखे गए हैं। इसलिए बच्चों में लक्षण नजर आते ही डॉक्टर से परामर्श जरूरी है।
😷 पहले से सांस की बीमारी वाले लोग
जैसे अस्थमा, क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस, फेफड़ों की एलर्जी या COPD से ग्रस्त लोगों के लिए कोविड ज्यादा खतरनाक हो सकता है। उनके फेफड़े पहले से कमजोर होते हैं, और वायरस की सीधी चोट उनके लिए जानलेवा साबित हो सकती है।
🛡️ कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग
जिन्हें कैंसर है, HIV है, या जो कीमोथेरेपी/स्टेरॉयड जैसी दवाएं ले रहे हैं, उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम हो जाती है। ऐसे लोग संक्रमण से जल्दी प्रभावित हो सकते हैं और रिकवरी में भी समय लग सकता है।
💉 जिनकी वैक्सीन की डोज़ पूरी नहीं है या बूस्टर नहीं लिया है
वैक्सीनेशन कोविड के गंभीर लक्षणों से रक्षा करने का सबसे बड़ा तरीका है। जिन लोगों ने अभी तक बूस्टर डोज़ नहीं ली है या जिनकी पिछली डोज़ को 6 महीने से ज्यादा हो गए हैं, उनकी इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है। ऐसे लोग संक्रमण की चपेट में जल्दी आ सकते हैं और गंभीर रूप से बीमार पड़ सकते हैं।
👉 सलाह:
अगर आप या आपके परिवार में कोई उपरोक्त श्रेणियों में आता है, तो अतिरिक्त सावधानी बरतें। मास्क पहनना, भीड़-भाड़ से दूर रहना, वैक्सीन समय पर लगवाना और हल्के लक्षण पर भी तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना ज़रूरी है।
कोविड अब सामान्य नहीं रहा—सावधानी ही सुरक्षा है।
🚫 क्या न करें?
जब गले में ब्लेड जैसी जलन या कोविड के अन्य लक्षण दिखाई दें, तो केवल इलाज ही नहीं, बल्कि कुछ जरूरी सावधानियाँ अपनाना भी उतना ही अहम होता है। अक्सर लोग कुछ ऐसी चीजें करने लगते हैं जो न केवल संक्रमण को बढ़ा सकती हैं, बल्कि रिकवरी को भी धीमा कर देती हैं। नीचे दी गई कुछ बातों से अवश्य बचें:
🧊 1. ठंडा पानी या बर्फ न लें
कोविड या गले की तकलीफ के दौरान ठंडी चीजें गले की सूजन और जलन को बढ़ा सकती हैं। बर्फ का पानी या आइसक्रीम जैसी चीजें गले के ऊतक को और अधिक क्षति पहुँचा सकती हैं, जिससे दर्द और गंभीर हो सकता है।
💊 2. बिना डॉक्टर की सलाह एंटीबायोटिक न लें
बहुत से लोग गले के दर्द या बुखार होते ही एंटीबायोटिक लेना शुरू कर देते हैं, जबकि कोविड एक वायरल संक्रमण है, न कि बैक्टीरियल। एंटीबायोटिक्स सिर्फ बैक्टीरिया पर काम करती हैं, और इन्हें अनावश्यक रूप से लेने से शरीर की प्राकृतिक इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है तथा दवाओं के प्रति प्रतिरोध (Antibiotic resistance) बढ़ सकता है।
📢 3. ज्यादा बोलना या चिल्लाना न करें
गले में अगर सूजन या जलन है, तो ज्यादा बोलना, तेज बोलना या चिल्लाना स्थिति को और बिगाड़ सकता है। इससे वोकल कॉर्ड्स पर दबाव पड़ता है और जलन अधिक बढ़ सकती है। आराम करना और कम बोलना ही सबसे बेहतर तरीका है।
🚬 4. धूम्रपान और शराब से दूर रहें
तम्बाकू, सिगरेट या शराब गले और फेफड़ों की झिल्ली को नुकसान पहुंचाते हैं। संक्रमण के समय ये पदार्थ आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को और कमजोर कर सकते हैं। धूम्रपान करने वालों में कोविड के जटिल मामलों और ICU में भर्ती होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
❌ 5. खुद से कोविड नेगेटिव मान लेना (टेस्ट ज़रूर कराएं)
कई लोग सोचते हैं कि अगर सिर्फ गले में दर्द है तो शायद सामान्य फ्लू है। लेकिन कोविड के नए वेरिएंट ऐसे ही लक्षणों से शुरू हो सकते हैं। खुद से अनुमान लगाना खतरनाक हो सकता है। इसलिए अगर गले में तीव्र दर्द, बुखार, खांसी जैसे लक्षण हैं तो टेस्ट करवाना ही सही निर्णय है।
गले की तकलीफ को हल्के में न लें और कोई भी उपचार या आदत अपनाने से पहले सोच-समझकर कदम उठाएं। सही इलाज के साथ-साथ गलतियों से बचना भी रिकवरी में तेजी लाता है। याद रखें—कोविड से लड़ाई समझदारी और सतर्कता से जीती जाती है।
🩺 डॉक्टर से कब मिलें?
🧬 क्या ये कोविड का स्थायी लक्षण बन सकता है?
फिलहाल डॉक्टरों का मानना है कि यह अस्थायी लक्षण है और कुछ दिनों में ठीक हो जाता है, बशर्ते मरीज आराम करे और सही इलाज ले। परंतु, कुछ केस में Long Covid का हिस्सा बन सकता है, जहां गले में हल्का-हल्का दर्द हफ्तों बना रह सकता है।
🌍 दुनियाभर में कैसी है स्थिति?
- UK और USA में भी इस लक्षण के मामलों में वृद्धि देखी गई है।
- WHO ने अभी इसे अलग लक्षण के रूप में मान्यता नहीं दी, लेकिन डॉक्टर रिपोर्ट कर रहे हैं।
- भारत में यह लक्षण अभी ज्यादातर उत्तर भारत में देखा जा रहा है।
🔄 क्या यह लक्षण अन्य बीमारियों से मिलता-जुलता है?
बीमारी | लक्षण |
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टॉन्सिलिटिस | गले में सूजन और दर्द, लेकिन अक्सर पीला मवाद |
स्ट्रेप थ्रोट | अचानक तेज दर्द और बुखार |
गले का कैंसर | लंबे समय से बना दर्द, वजन घटना |
एलर्जी | गले में खुजली, खराश लेकिन ब्लेड जैसी चुभन नहीं |
✅ निष्कर्ष
गले में ब्लेड जैसी चुभन या जलन अगर हो रही है, तो इसे सामान्य गले की खराश समझ कर नजरअंदाज न करें। यह कोरोनावायरस के नए वेरिएंट का संकेत हो सकता है। अगर साथ में बुखार, खांसी, या थकान है, तो तुरंत टेस्ट करवाएं और डॉक्टर से सलाह लें। सही समय पर पहचाना गया कोविड संक्रमण ज्यादा खतरनाक नहीं होता। सावधानी, जांच और आराम ही इसका सबसे बड़ा इलाज है।