कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है-कंप्यूटर सिस्टम क्या है

कंप्यूटर सिस्टम क्या है, कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डेटा प्रोसेसिंग और डेटा स्टोरेज डिवाइस है यह कंप्यूटर चलाये जाने के प्रक्रिया से डाटा और निर्देश प्राप्त करता है, इस प्रक्रिया के बाद यह उस पर आउटपुट मॉनिटर पर उसका परिणाम प्रस्तुत करता है, इस परिणाम को आउटपुट कहा जाता है, उपयोगकर्ता इसे अपने उपयोग के लिए सहेज और संग्रहीत कर सकता है, यह मशीन डेटा को प्रोसेस करने के साथ -साथ न्यूमेरिकल डाटा का सही रूप से कैलकुलेशन भी कर सकती है इस इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को हम इनपुट के माध्यम से जो भी कमांड देते है ये इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस अपने इंटरनल प्रोग्राम के द्वारा उसे प्रोसेस करके हमे आउटपुट के रूप में इस डिवाइस के मॉनिटर पर दिखायी देता है कंप्यूटर अनुसंधान पर प्रौद्योगिकी शिक्षा के विशेष उपयोग के साथ सामान्य संचालन मशीन है, व्यक्ति द्वारा संचालित होकर विभिन्य तकनीक और कई शोध सम्बन्धी कार्य करती है एक कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंगऔर प्रोग्रामेबल डिवाइस है जो भविष्य के लिए रिकॉर्ड रख सकता है!

 

कंप्यूटर सिस्टम क्या है

 

स्ट्रक्चर ऑफ़ कंप्यूटर :-

जिस प्रकार मनुष्य अपने कानों से सुनकर तथा आँखों से देखकर कोई बात समझते है , अपने दिमाग़ से उस पर विचार करते है और उसे याद रखते है तथा अपने हाथ -पैर मुँह से उसका उत्तर देते है यानि एक्शन लेते है ठीक उसी प्रकार कंप्यूटर भी अपनी इनपुट यूनिट से वह डाटा और आदेश लेता है मैमोरी में उसे स्टोर करता है प्रोसेसर पर उसका पालन करता है और आउटपुट यूनिट पर उसका रिजल्ट दे देता है

इनपुट :-

जब उपयोगकर्ता कंप्यूटर को कोई डेटा प्रोग्राम निर्देश देता है या इनपुट करता है तो इस प्रक्रिया को इनपुट प्रक्रिया के रूप में जाना जाता है, इनपुट किसी कंप्यूटर का वो भाग है जिसके द्वारा हम अपना डाटा या आदेश या प्रोग्राम कंप्यूटर को देते है इनपुट इकाई में कई मशीन या साधन डिवाइस हो सकते है जिससे अलग-अलग तरह का डाटा या आदेश कंप्यूटर को दिया जाता है!

ये इनपुट डिवाइस क्या क्या हो सकते है 

कीबोर्ड ,माउस , जोस्टिक ,लाइट पेन ,ट्रैकबॉल , स्कैनर , गग्राफ़िक टेबलेट और माइक्रोफोन

 

प्रोसेसिंग प्रोग्राम प्लस प्रोसेसर

आदेशों के किसी समूह ग्रुप को प्रोग्राम कहा जाता है कंप्यूटर जो सैकड़ों तरह के काम करता है वह वास्तव में प्रोग्राम के द्वारा ही कराए जाते हैं हर काम के लिए एक अलग प्रोग्राम लिखा जाता है बिना प्रोग्राम के कंप्यूटर पर कोई काम असंभव है कंप्यूटर में जो भी कार्य किए जाते हैं उन्हें करने वाले भाग मशीन को प्रोसेसर कहा जाता है इसका मुख्य कार्य किसी व्यक्ति या कंप्यूटर को यूज़ करने वाले के द्वारा दिए गए आदेशों को समझकर उनका ठीक-ठीक पालन करना जोड़ना घटाना आदि गणितीय क्रियाएं करना दो संख्याओं की तुलना करना किसी विशेष बात की जांच करना है

 

सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट

  • मेमोरी इंटरनल मेमोरी
  • ए एल यू अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट
  • कंट्रोल आदेश को समझ कर सही पालन और निगरानी

मेमोरी

कंप्यूटर के जिस भाग में सभी डाटा प्रोग्राम आदि याद रखे जाते हैं उसे कंप्यूटर की मेमोरी कहते हैं कंप्यूटर की मेमोरी लाखों छोटे खानों में बैठी हुई होती हैं ऐसे हर खानों को एक लोकेशन या बाइट कहा जाता है मेमोरी की बाइट ऊपर क्रम संख्या में पड़ी हुई होती है किसी बाइट की क्रम संख्या को उस बाइट का पता एड्रेस कहा जाता है मेमोरी का सबसे छोटा हिस्सा बिट कहलाता है हर बाइट 8 छोटी बिटो को एक श्रंखला होती है किसी बिट की 2 स्थितिय हो सकती हैं On या Off इसके अलावा कोई तीसरी स्थिति नहीं हो सकती सुविधा के लिए हम On बिट को 1 व Off बिट को 0 लिखते है!
  • On=1            =          Off=0
  • O1=Bites      =           Binary Digit
  • 01010101     =           8 Bites
  • 8 Bites          =           1 Byte
  • 1 Byte           =           Any Character (A,B,C,D,X,Z)
  • 1024 Bytes    =          1 Killo Byte
  • 1024 KB         =          1 Mega Byte
  • 1024 MB        =          1 Giga Byte
  • 1024 GB         =          1TB

मेमोरी दो तरह की होती है 

  1. भीतरी इंटरनल यह मुख्य मेमोरी ,Ram (रेंडम एक्सेस मेमोरी), Rom (रीड ओनली मेमोरी)
  2. बाहरी स्टनल या सहायक मेमोरी (पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क, फ्लॉपी, सीडी- डीवीडी )

 

भीतरी इंटरनल यह मुख्य मेमोरी

भीतरी मुख्य मेमोरी कंप्यूटर की सीपीयू का ही एक भाग होता है किसी माइक्रो कंप्यूटर या पी सी की मुख्य मेमोरी का आकर 16 मेगाबाइट से 512 मेगाबाइट तक होती है मुख्य मेमोरी का पहला भाग रैम (Ram) मेमोरी को हम अपनी इच्छा से कैसे भी प्रयोग कर सकते हैं वास्तव में इसमें ऐसे डाटा और प्रोग्राम को रखते हैं जिन्हें थोड़ी समय तक रखना है यह डाटा तब तक बना रहता है जबकि उसकी जगह दूसरा डाटा नहीं रखा जाता या कंप्यूटर बंद नहीं कर दिया जाता ! मुख्य मेमोरी के दूसरे भाग रोम मेमोरी के इस भाग में रखे डाटा को केवल पढ़ा जा सकता है वास्तव में इस भाग को कंप्यूटर बनाने वाली कंपनी द्वारा ऐसी सूचनाएं डाटा और प्रोग्राम रखे जाते हैं जिसका हमें रोज आवश्यकता पड़ती है इसका डाटा सदैव सुरक्षित रहता है बाहरी या सहायक मेमोरी डाटा को लंबे समय तक के लिए स्थाई रूप से स्टोर करने के लिए होती हैं या कंप्यूटर के सीपीयू से बाहर होते हैं
बाहरी स्टनल या सहायक मेमोरी
कंप्यूटर को प्रोसेस करने के बाद उपयोगकर्ता को परिणाम प्रस्तुत करता है जिसे उपयोगकर्ता उपयोग मेमोरी के लिए डेटा स्टोरेज कहा जाता है इन डाटा को एक उपयोगकर्ता कई सालो तक संभाल कर रख सकता है जिसके लिए उसे बाहरी स्टनल या सहायक मेमोरी डिवाइस की जरुरत पड़ेगी जैसे पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क, फ्लॉपी, सीडी- डीवीडी अदि !
आउटपुट ऑफ द प्रोसेसिंग
आउटपुट कंप्यूटर के उस भाग को कहते हैं जिसमें हमें अपने आदेश या प्रोग्राम का परिणाम रिजल्ट या उत्तर प्राप्त होता है आउटपुट का सबसे सरल व सहज साधन विजुअल डिस्प्ले यूनिट या मॉनिटर है इसके अलावा प्रिंटर ऑफ फ्लॉपी स्पीकर भी आउटपुट का एक साधन है VDU (विजुअल डिस्प्ले यूनिट ) तथा कीबोर्ड को मिलाकर एक ऐसा साधन बनता है जिससे हम इनपुट और आउटपुट दोनों का काम ले सकते हैं!

 

कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है

गति कार्य टेक्नोलॉजी के अनुसार कंप्यूटरों को दो आधारों पर वर्गीकृत किया जा सकता है

  1. एनॉलाग कंप्यूटर (Analog Computer )
  2. डिजिटल कंप्यूटर (Digital Computer)

एनॉलाग कंप्यूटर
यह कंप्यूटर भौतिक मापन पर काम करता है जैसे टेंपरेचर पावर स्पीड वेदर कंडीशन वेट आदि यह एनालॉग सिंगल को डिजिटल सिंगनल में परिवर्तित करता है यह अनुमति के रूप में परिणाम प्रदान करता है जो ग्राफिकल में वर्तमान परिणाम होता है!

डिजिटल कंप्यूटर
ये कंप्यूटर उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए निर्देश पर काम करते हैं यह डिजिटल सिग्नल के रूप में उपयोगकर्ता से डेटा और इंस्ट्रक्शन प्राप्त करता है!

1.Micro Computer

इसमें कंप्यूटर का आकर बड़ा और छोटा व उनकी गति तेज़ होती है वैसे तो इस कंप्यूटर पर एक बार में एक ही व्यक्ति कार्य कर सकता है पर सामान्य कार्य करने के लिए ये काफी किफायती भी है और ये कम दाम में भी आता है !

2. Mini Computer

मिनी कंप्यूटर भारी मात्रा में कार्य करने के लिए बड़ी कंपनियों के लिए बनाये जाते है इस कंप्यूटर पर एक साथ 10 से 20 लोग काम कर सकते है !मिनी कंप्यूटर की अगर कीमत की बात की जाये तो यह कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर से काफी मॅहगे आते है और यही कारण है की इसकी गति माइक्रो कंप्यूटर के अपेछा कही ज़्यादा होती है !

3. Main Frame Computer

यह आकार में बहुत बड़े और काफी जगह घेरने वाले होते है इनमे सैकड़ो टर्मिनल जुड़े होते है जिसकी वजह से इस कंप्यूटर पे सैकड़ो लोग एक साथ काम कर पाते है !

4. Super Computer

सुपर कंप्यूटर गति में बहुत तेज़ और साइज़ में बहुत ही बड़े होते है ये अकेले ही कई मुख्य कम्प्यूटरो के बराबर होते है इनका मूल्य करोड़ों में होता है!

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